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Showing posts from September, 2017

डॉस (DOS) क्या है ?

डॉस (DOS) एक ऑपरेटिंग सिस्टम है । किसी कम्प्यूटर सिस्टम के सरल कार्यों को करने के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है । इसका पूरा नाम डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम (Disk Operating System) है । यह ऑपरेटिंग सिस्टम उपभोक्त्ता और कम्प्यूटर सिस्टम के बीच माध्यम का काम करता है । इस ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिये कम्प्यूटर को चलाने से पहले ऑपरेटिंग सिस्टम को मेमोरी में लोड करना आवश्यक है । डॉस हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच एक माध्यम का कार्य करता है । यह उन कमाण्डों को परिवर्तित करता है जो की-बोर्ड की मदद से ऐसी भाषा डाली जाती हैं जिन्हें कम्प्यूटर आसानी से समझ सके । इसे डिस्क पर स्टोर किया जाता है और यह आपकी हार्ड डिस्क से में मेमोरी में लोड किया जाता है । आप विशेष कमाण्डों के प्रयोग से निम्नलिखित कार्यों को कर सकते हैं : फाइल को बनाना या मिटाना और फाइल के नामों को बदलना । आप स्टोर की गई फाइलों की सूचि देख सकते हैं । आप हार्डवेयर को दो भागों में बाँट सकते हो । नई फ्लॉपी डिस्क को फॉरमेट कर सकते हो । आप हार्ड डिस्क से फ्लॉपी में और फ्लॉपी डिस्क से हार्ड डिस्क में बैकअप ले सकते हैं । वे कार्य ...

डेटा संचार क्या है ?

डेटा संचार दो या दो से अधिक केन्द्रों के बीच डिजिटल या एनालॉग डेटा का स्थानान्तरण है, जो आपस में संचार चैनल से जुड़ा होता है । डेटा संचार के निम्नलिखित लाभ है : डेटा को भौतिक रूप से भेजने में तथा डेटा तैयार करने में लगने वाले समय की बचत । आधुनिक कम्प्यूटर के प्रोसेसिंग शक्ति तथा संग्रहण क्षमता का पूर्ण उपयोग । फाइल से सूचनाओं की तीव्र प्राप्ति । फाइलों के नकल से बचाव तथा शुद्धता कम खर्च में डेटा का आदान-प्रदान । संचार चैनल मुख्यतः तीन प्रकार के होते है : सिम्पलेक्स चैनल (Simplex Channel) : इसमें डेटा का प्रवाह हमेशा एक ही दिशा में होता है । जैसे - रेडियो स्टेशन से रेडियो सिग्नल श्रोताओं के पास पहुँचता है, पर श्रोता वापस उन्हें रेडियो स्टेशन स्थानांतरित नहीं कर सकता है । सिग्नल एक ही दिशा में अर्थात 'A' से 'B' की और जाता है । अर्द्ध डुप्लेक्स चैनल (Half Duplex Channel) : इस चैनल में डेटा का प्रवाह दोनों दिशाओं में होता है । परन्तु एक समय में किसी एक ही दिशा में डेटा का प्रवाह होता है, अर्थात 'A' से 'B' या 'B' से 'A' की औ...

वर्ड प्रोसेसिंग क्या है ?

वर्ड प्रोसेसर एक सॉफ्टवेर पैकेज है जिसकी मदद से हम एक डॉक्यूमेंट को हाथ से बनाने की अपेक्षा शीघ्र बना सकते हैं, उसमें बदलाव कर सकते हैं, उसे प्रिन्ट कर सकते हैं और सेव कर सकते हैं । एक डॉक्यूमेंट को बनाने का अर्थ है - की-बोर्ड से टाइप करना, डॉक्यूमेंट में स्पैलिंग की गलतियों को ठीक करना, शब्दों को मिटाना और डालना, वाक्यों या पैराग्राफ को जोड़ना आदि । वर्ड प्रोसेसिंग की निम्नलिखित विशेषताएँ है : टाइप किये टेक्स्ट में आसानी से बदलाव लाया जा सकता है । शब्द और वाक्य सरलता से जोड़े, हटाये और बदले जा सकते हैं । पैराग्राफ या टेक्स्ट को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाया जा सकता है । मार्जिन और पेज की लम्बाई आवश्यकतानुसार व्यवस्थित की जा सकती है । स्पैलिंग की जाँच और त्रुटियों का निदान स्पैल चैक सुविधा से किया जा सकता है । बहुत से डॉक्यूमेंट एक किये जा सकते हैं । मेल मर्ज सुविधा के प्रयोग से एक ही पत्र अलग-अलग नामों और पतों से प्रिन्ट किया जा सकता है |

मेल मर्ज क्या है ?

मेल मर्ज (Mail Merge) सुविधा से हम व्यक्तिगत पत्र, पत्रों के लिए लिफाफे और मेलिंग लिस्ट में लिखे प्रत्येक व्यक्ति के मेलिंग लेबल तैयार कर सकते हैं । कई बार हमें एक जैसे पत्र अनेक नामों और पतों के साथ भेजने होते है । हमारी इस समस्या का समाधान मेल-मर्ज सुविधा में है । मेल-मर्ज सुविधा के प्रयोग से आप अनेक पत्रों को भेज सकते हैं, मेलिंग लेबल बना सकते हैं तथा अलग-अलग नाम तथा पते लिख सकते हैं । मेल मर्ज के तीन भाग (Components) होते है : मुख्य दस्तावेज (Main Document) : मेल मर्ज में उच्च दस्तावेज ही सार्वजनिक पत्र होता है जिसमें मर्ज को चलाने के लिए निर्देश होते हैं । इसमें सामान्य टेक्स्ट के साथ फील्ड के नाम होते हैं । मुख्य दस्तावेज में सूचनाओं ठीक वैसी ही रहती हैं । वर्ड मर्ज दस्तावेजों में उन विशेष स्थानों, नामों और पतों का प्रवेशन करता है । मर्ज दस्तावेज में शब्दों को डालने से पहले आपको मुख्य दस्तावेज में फील्ड के नामों का प्रवेशन करना चाहिए । फील्ड नेम (Field Name) : फील्ड नेम इस बात की और संकेत करता है कि बदली जाने वाली सूचनाओं का प्रवेशन कहाँ होना है । डाटा सोर्स में, फील्ड...

लैंग्वेज प्रोसेसर्स क्या है ?

कम्प्यूटर केवल मशीनी भाषा (Machine Language) समझता है जो कि दो अंकों (0 और 1) पर आधारित होती है लेकिन प्रोग्रामर मशीनी भाषा में प्रोग्राम लिखने में असमर्थ होता है । स्त्रोत भाषा में लिखे ये प्रोग्राम कम्प्यूटर के लिए मशीनी भाषा में परिवर्तित किये जाते हैं । ये  भाषा प्रोसेसर (Language Processor) उच्च-स्तरीय भाषा को मशीनी भाषा में और मशीनी भाषा को उच्च-स्तरीय भाषा में अनुवाद करते हैं । मशीन भाषा की तुलना में उच्च-स्तरीय भाषा में प्रोग्राम लिखना सरल होता है । तीन प्रकार के भाषा प्रोसेसर (Language Processors) हैं : अनुवादक (Assembler) : वह प्रोग्राम जो कि असेम्बली भाषा के प्रोग्रामों का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है, अनुवादक कहलाता है । इन्टरप्रेटर (Interpreter) : वह प्रोग्राम जो उच्च-स्तरीय भाषा में लिखे प्रोग्राम का अनुवाद मशीनी भाषा में करता है, इन्टरप्रेटर कहलाता है । यह एक के बाद एक लाइन का अनुवाद करता है इसलिए प्रत्येक वाक्य में होने वाली त्रुटियों को मॉनीटर पर एक के बाद एक करके दिखता है । यहाँ पर त्रुटियों को ढूँढना और उन्हें दूर करना बहुत आसान होता है । कई बार तो हम...

कम्प्यूटर वायरस क्या है ?

वायरस एक प्रोग्राम है जो हमारे कम्प्यूटर सिस्टम में बिना हमारी इच्छा तथा जानकारी के लोड हो जाता है । एक वायरस बार-बार खुद की प्रतिलिपि तैयार कर सकता है और उपलब्ध सारे मेमोरी का उपयोग कर सिस्टम की गति को धीरे या पूर्णतः रोक सकता है । कुछ वायरस कम्प्यूटर के बूटिंग से स्वंय को जोड़ लेता है तथा जितनी बार कम्प्यूटर बूट करता है वह उतना ही फैलता जाता है या कम्प्यूटर को रिबूट करता करता रहता है । वह कम्प्यूटर के डेटा या प्रोग्राम को क्षति पहुँचाता है । हमारे कम्प्यूटर में वायरस के आने का सामान्य तरीका इंटरनेट तथा अवांछित ई-मेल है । कम्प्यूटर वायरस भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं : बूट सेक्टर वायरस (Boot Sector Virus) परजीवी वायरस (Parasitic Virus) मल्टीपार्टाइट वायरस (Multipartite Virus) लिंक वायरस (Link Virus) मैक्रो वायरस (Macro Virus) वायरस को नष्ट करने के लिए बनाये गये प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर को एन्टीवायरस कहते हैं । इसमें आटो प्रोटेक्ट तथा रियाल टाइम प्रोटेक्सन की सुविधा रहती है जो इंटरनेट से किसी फाइल का उपयोग करने के पहले उसे जाँच लेता है कि यह वायरस मुक्त है या नहीं । अगर ...

कम्प्यूटर की भाषायें क्या है ?

मनुष्य को एक-दूसरे से बातचीत करने के लिए भाषा की आवश्यकता होती है । भाषा संचार का एक साधन है । ठीक उसी तरह, कम्प्यूटर से बातचीत करने के लिए हमें कम्प्यूटर की भाषाओं की जानकारी होनी चाहिए । कम्प्यूटर भाषायें अनेक प्रकार की होती है जिनके अपने ही संकेत, कैरेक्ट और प्रयोग करने के नियम होते हैं जो की इंसान को कम्प्यूटर से बातचीत करने में सहायता करते हैं । तार्किक रूप से सम्बन्धित निर्देशों का समूह जिसे क्रमानुसार व्यवस्थित किया होता है ताकि वह कम्प्यूटर को समस्या सुलझाने में मार्गदर्शन करे, प्रोग्राम कहलाता है । वे भाषायें जिनमें प्रोग्राम लिखे जाते हैं, प्रोग्रामिंग कहलाती हैं । सही नतीजे पाने के लिए इसे सही ढंग से प्रोग्राम किया जाना आवश्यक है । इन प्रोग्रामिंग भाषाओं को निम्नलिखित वर्गों में बाँटा जा सकता है : मशीनी भाषा (Machine Language) असेम्बली भाषा (Assembly Language) उच्च-स्तरीय भाषा (High Level Language)

डोमेन नाम क्या है ?

डोमेन नाम (Domain Name) एक विशेष नाम है जो इंटरनेट साइट की पहचान बताता है । किसी इंटरनेट वेबसाइट (Website) का यूआरएल (URL) के अंत में डॉट (.) के बाद के नाम को डोमेन कहते हैं । जैसे - www.google.com  में  .com  डोमेन नेम है । यह किसी संस्था या देश को इंगित करता है । कुछ महत्वपूर्ण डोमेन नेम निम्नलिखित है : .acro - एवीएशन .gov - सरकारी संस्था .in - भारत .net - नेटवर्क .name - पर्सनल .jobs - नोकरी .biz - बिजनेस आर्गेनाईजेशन .edu - शैक्षिक संस्था .org - आर्गेनाईजेशन .mil - सैनिक .asia - एशिया .com - कॉमर्शियल

What is .Net Technology

Define Dot Net Technology Microsoft .NET एक software Framework है जो की अलग अलग programming languages मे develop की गयी applications को execute or run करने के लिए common platform provide करता है | In short यह एक Framework जिसकी help से Windows applications को develop and run किया जा सकता है | इस software framework मे बहुत सारी class library होती है जिनको की Framework Class Library (FCL)   कहा जाता है एवेम ये बहुत सारी programming languages मे language interoperability provide करता है | यहाँ पर languages interoperability  का मतलब है की हर language दूसरी language मे लिखा हुआ code use कर सकती है | जो programs .NET Framework के लिए लिखे होते है वो   Common Language Run-time (CLR)   के software environment मे execute होते है | CLR एक application virtual machine होती है जो की security, memory management, and exception handling services provide करती है | CLS (Common Language Specification), FCL ...